तड़प

मध्यप्रदेश के दक्षिण-पूर्व में आदिवासी इलाका सरगुजा है |घने जंगलों से आच्छादित पर्वत -श्रेणियाँ अपने भीतर कोयले की खानें समेटे हुए हैं |नीला के पिता के जिग़री दोस्त काशीनाथ वहीं एक खान में अच्छी पदवी पर कार्यरत थे |वह सपरिवार जब क्भी दिल्ली जाते, तो उनका पत्र आ जाता कि शहदोल गाड़ी रुकेगी |आप सब स्टेशन पर मिलने आना |नीला का पूरा परिवार खुशी -खुशी उनसे मिलने जाता |तभी वे आग्रह करते कि आप सब हमारे पास कभी छुट्टियों में आइये |आपको कोयले की खाने दिखाएंगे |….आगे…तड़प Tadap

2 Responses to “तड़प”

  1. kishore Says:

    बहुत अछा

  2. abbu Says:

    Ok

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